अटल प्रेरणा स्तोत्र – ताराबाई चोरघे यांची यशोगाथा
कोणत्याही पारंपारिक शिक्षणाचा गंध नसताना
भिवंडीतील खांडपे गावाच्या रहिवासी ताराबाई चोरघे यांनी दैनंदिन व्यवहार ज्ञानाच्या आधारे मिळवलेले व्यवहार कौशल्य शिक्षितांना अचंबित करते. औपचारिक शिक्षण नसतानाही,...
तरुण भारत संघ की यात्रा और जलवायु परिवर्तन का समाधान
सरोज कुमार
यात्राएं अक्सर समाधान का रास्ता दिखाती हैं। महात्मा गांधी की दांडी यात्रा ने देश को आजादी का रास्ता दिखाया। आचार्य विनोबा भावे की...
शाम-ए-मुंबई भी कम खूबसूरत नहीं
यूं तो दुनिया भर में सुबह-ए-बनारस, शाम-ए-अवध और शब-ए-मुंबई की चर्चा ख़ूब होती है। लेकिन शाम-ए-मुंबई भी कम खूबसूरत नहीं होती। ख़ासकर अरब सागर...
कौन थे भगवान परशुराम, क्यों किया क्षत्रियों का संहार?
परशुराम जयंती पर विशेष
हरिगोविंद विश्वकर्मा
जगत के पालनहार भगवान विष्णु, शास्त्रों के अनुसार, त्रेतायुग में वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को परशुराम...
ऐ गम-ए-ज़िंदगी कुछ तो दे मशवरा… एक तरफ उसका घर, एक तरफ…
लंबे समय से बीमार चल रहे थे पंकज उधास
चिट्ठी आई है, चिट्ठी आई है... गाकर हर देशभक्त को वतन की याद दिलाने वाले गजल...
पिता-पुत्र के अंतर्द्वंद्व को चित्रित करता नाटक ‘संक्रमण’
मधुबाला शुक्ला
जिस तरह से दौर में बदलाव होना अनिवार्य है ठीक उसी तरह से हर दौर के संबंधों में भी परिवर्तन होना स्वाभाविक है...
भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं साड़ियां
21 दिसंबर को विश्व साड़ी दिवस (World Saree Day) पर विशेष
भारतीय संस्कृति और हिंदू परंपरा में साड़ी महिलाओं का प्रमुख परिधान है। वेस्टर्न कपड़े...
देश से विदेशों तक छाया “क्वीन ऑफ कुमाऊँ” का जादू
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के आला दर्जे के कार्यक्रमों में छाई रहने वालीं, कवयित्री, गायिका, संगीतज्ञ और लेखिका डॉ. मेघा भारती मेघल (Dr...
निर्मला पुतुल की कविताओं में संवेदना
डॉ मधुबाला शुक्ला
इक्कीसवीं सदी विमर्श की सदी रही है। जिसमें प्रमुख रूप से दलित विमर्श, स्त्री विमर्श आदिवासी विमर्श है। वर्तमान युग के हिंदी...
दादी जानकी – दिव्यत्वाची जेथे प्रचिती तेथे कर माझे जुळती
मुंगी उडाली आकाशी तिने गिळीले सूर्यासी. संत ज्ञानोबांच्या भगिनी मुक्ताई यांच्या बद्दल हे उद्गार काढले जातात. आमच्या "दादी जानकी "यादेखील अशाच एक मुक्ताई. खऱ्या...