धर्म, मजहब या रिलिजन अफीम का नशा है और हर अनुयायी अफीमची
हरिगोविंद विश्वकर्मा
किसी ऐसी विचारधारा अथवा धर्म, मजहब या रिलिजन, चाहे वह कितनी भी सही या सामयिक हो, का अंधभक्त हो जाना, कोरी अज्ञानता, मूर्खता...
‘वंदे मातरम्’ मत बोलें, पर शोर भी न मचाएं कि ‘वंदे मातरम’ नहीं बोलेंगे..
हरिगोविंद विश्वकर्मा
भारतीय संविधान में देश के राष्ट्रगीत का दर्जा पाने वाला गीत 'वंदे मातरम्' एक बार फिर चर्चा में है। कई मुस्लिम नेता, ख़ासकर...
रोहिंग्या मुसलमान सहानुभूति के कितने हकदार?
हरिगोविंद विश्वकर्मा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने कुछ साल पहले सत्ता में आने के बाद रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों के बारे में सुप्रीम...
क्या महात्मा गांधी को सचमुच सेक्स की बुरी लत थी?
राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी के जीवन पर हज़ारों की संख्या में पुस्तकें लिखीं गई हैं। इन किताबों में उनकी जीवन का विस्तार...