Home Current Affairs अमृता प्रीतम ने लिखी है साधारण चरित्रों के असाधारण दास्तान-ए-मुहब्बत

अमृता प्रीतम ने लिखी है साधारण चरित्रों के असाधारण दास्तान-ए-मुहब्बत

0
अमृता प्रीतम ने लिखी है साधारण चरित्रों के असाधारण दास्तान-ए-मुहब्बत

दुनिया भर में चर्चित भारतीय साहित्यकारों में से एक और ज्ञानपीठ से सम्मानित पंजाबी साहित्यकारा अमृता प्रीतम ने अपनी कहानियों में साधारण चरित्रों के मुहब्बत की असाधारण दास्तान की बयानी की है। उनकी कहानियों में ऐसे मर्मस्पर्शी दृश्य एवं संवाद हैं जो व्यथित और विकल कर देते हैं और कहानी अंत तक पहुंचते-पहुंचते एक ऐसी कसक दे जाते हैं जो आपकी संवेदना को बड़ी शिद्दत से उभार देता है।

CKM-Amrita-Pritam1-300x251 अमृता प्रीतम ने लिखी है साधारण चरित्रों के असाधारण दास्तान-ए-मुहब्बत

ऐसी ही अनुभूति रविवार (27 नवंबर 2022 ) की शाम गोरेगांव मुम्बई के मृणालताई गोरे सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित साहित्यकारों, रंगकर्मियों और साहित्यप्रेमियों को पिंजर, कोरे कागज़, पांच बरस लंबी सड़क, अदालत, उन्चास दिन, सागर और सीपियां जैसे उपन्यास, रसीदी टिकट के रूप में आत्मकथा, कहानियाँ जो कहानियाँ नहीं हैं एवं कहानियों के आँगन में जैसे कहानी संग्रह और कच्चा आंगन एवं एक थी सारा जैसे संस्मरण लिखने वाली साहित्यकारा की कहानियां सुनकर हुई।

1940 के दशक के अंतिम वर्षों में देश के विभाजन पर ‘अज्ज आखाँ वारिस शाह नूँ’ जैसी कविता लिखकर अचानक राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुईं पंजाबी की पहली कवयित्री अमृता की कहानियों का वाचन सभागार में हिंदी और मराठी के दर्शकों ने भाव विभोर होकर सुनीं। कहानियों के वाचन का अंदाज निराला था। कई अभिनेताओं ने कहानियां इस अंदाज में पढ़ी कि लगा कहानियों के पात्र प्रकट हो गए हैं बस दिखाई नहीं दे रहे हैं। इसीलिए इस उम्दा परफॉर्मेंस पर कई बार लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाईं।

CKM-Amrita-Pritam2-300x230 अमृता प्रीतम ने लिखी है साधारण चरित्रों के असाधारण दास्तान-ए-मुहब्बत

‘भाषाओं की गली से’ नाम से हुए इस का कार्यक्रम का आयोजन चित्रनगरी संवाद मंच मुम्बई ने बीइंग एसोसिएशन और केशव गोरे स्मारक ट्रस्ट की सहायता से की। रंगकर्मी रसिका आगाशे और उनके साथी कलाकारों ने अमृता प्रीतम की चार कहानियों का अभिवाचन किया। कहानियों के साथ कलाकारों के अभिनय का ज़बरदस्त तालमेल रहा। मुहब्बत की कशिश को साकार करने वाले बंती, निम्मी, कंजरी, अंगुरी आदि पात्रों की व्यथा को दर्शकों ने मंत्रमुग्ध होकर सुना।

श्रोताओं में गीतकार और शायर देवमणि पांडेय, शायर नवीन जोशी नवा, मराठी की प्रसिद्ध लेखिका डॉ स्मिता दातार, वीर सावरकर फेम अभिनेता शैलेंद्र गौड़, यात्री रंग समूह के रंगकर्मी अशोक शर्मा, अभिनेता रवि यादव, संगीतकार गायक हुमायूं कबीर, और शायर सिद्धार्थ शांडिल्य जैसे कई गणमान्य लोग मौजूद थे। इस अवसर पर प्रतिष्ठित अभिनेता विक्रम गोखले को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इसे भी पढ़ें – कहानी – एक बिगड़ी हुई लड़की

Share this content: