पत्रकार राधेकृष्ण की नई किताब ‘योगी आदित्यनाथ के ओजस्वी विचार’ का विमोचन
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने साहित्य को देश की धरोहर के रूप में परिभाषित करते हुए इस साहित्य को देश के छात्रों तक पहुंचने पर ज़ोर दिया और कहा कि साहित्य के अध्ययन से ही स्कूली छात्रों में अपने इतिहास और समाज की जानकारी होती है। राज्यपाल ने शनिवार की शाम लखनऊ के राजभवन में वरिष्ठ पत्रकार राधेकृष्ण की नई पुस्तक ‘योगी आदित्यनाथ के ओजस्वी विचार (Yogiadityanath Ke Ojasvi Vichar)’ के विमोचन के अवसर पर यह विचार व्यक्त किया।
पुस्तक की प्रस्तावना वरिष्ठ पत्रकार दुर्गेश उपाध्याय ने लिखी है। पुस्तक के विमोचन के उपरांत अपने संबोधन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि इस तरह के साहित्य से युवाओ को बहुत कुछ सीखने का अवसर मिलता है। पुस्तक की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि स्कूल व कालेज के छात्रों तक साहित्य पहुंचना चाहिए।
पुस्तक में मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के 35 चुनिंदा भाषणों को संकलित किया गया है। अलग-अलग समय पर, अलग-अलग विषयों पर मुख्यमंत्री के भाषण सारगर्भित और ओजस्वी हैं। जब योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उसके बाद अपने भाषण में विरोधियों को जवाब देते हुए उन्होंने कहा था, “मैं योगी हूं, सेवा हमारा धर्म है। मैं राजनीति में सेवा के लिए आया हूं।”
उनके पूर्व में दिए गए भाषणों से समझा जा सकता है कि उनकी किसानों को लेकर सोच बेहद स्पष्टवादी है। उनका कहना है कि किसानों की बदहाली तभी दूर होगी। जब किसान महज उत्पादक नहीं, बल्कि उद्यमी बनेंगे। जब धर्म को लेकर प्रहार हो रहे थे, तब उन्होंने कहा था कि हिंदू साम्प्रदायिकता नहीं, बल्कि राष्ट्रीयता का प्रतीक है। इसी तरह उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून एवं भ्रष्टाचार पर भी अपने बेबाक विचार रखे हैं।
पुस्तक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो भाषण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित हैं। एक भाषण में उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री ने देश के राजनीतिक एजेंडे की धुरी को बदल दिया है। दूसरे भाषण में माननीय मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री जिस तरह से कड़े साहसिक फैसले लेकर लोगों के जीवन स्तर को उपर उठाने का काम कर रहे हैं। उससे देश दुनिया में उनकी जमकर तारीफ़ हो रही है।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के विधायी, न्याय एवं ग्रामीण अभियंत्रण सेवा मंत्री ब्रजेश पाठक, विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह, अपर मुख्य गृह सचिव अवनीश कुमार अवस्थी, पत्रकार सुभाष मिश्र, पत्रकार मुकुल मिश्र और मीडियाकर्मियों सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इसे भी पढ़ें – क्या पुरुषों का वर्चस्व ख़त्म कर देगा कोरोना?
Share this content: