केवल करुणा ही कोरोना संकट को दूर कर सकती है – भगत सिंह कोश्यारी

0
598

कोरोना योद्धा संस्थानों का राज्यपाल के हाथों सम्मान

संवाददाता

मुंबई : महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा है कि मौजूदा कोरोना संक्रमणम काल वास्तव में संकट का समय करार देते हुए कहा कि संकट के इस समय में सेवा भावना का ध्यान रखना आवश्यक है, क्योंकि सेवा और करुणा भारतीयों की स्थायी भावना है और केवल करुणा ही कोरोना के संकट को दूर किया जा सकता है।

राज्यपाल ने बुधवार को राजभवन में कोरोना महामारी के दौरान मुंबईकर्स की सेवा करने वाले स्वयसेवी संगठनों को सम्मानित करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किया। पिछले छह महीनों से कोरोना वायरस से जूझ रहे लोगों की कई स्वयंसेवी संस्थाओं ने लगातार सेवा की। इसीलिए भाजपा मुंबई अध्यक्ष और मलाबार हिल के भाजपा विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा की पहल पर इन गैरसरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों का बुधवार को राजभवन में राज्यपाल के हाथों सम्मान किया गया।

राज्यपाल ने शहर की उन सभी स्वयंसेवी संस्थाओं की भूरि-भूरि सराहना की, जिन्होंने कोरोना संक्रमण काल में लोगों की सेवा की और लोगों की किसी न किसी तरह मदद की और उम्मीद की उनका यह सेवामिशन कोरोना पर जीत दर्ज करने तक जारी रहेगा। इस अवसर पर किन्नरों के लिए काम करने वाले आरजू फाउंडेशन, कामठीपुरा में दोस्ती फाउंडेशन, मुस्लिम भाइयों के लिए काम करने वाले अटारी फाउंडेशन जैसे प्रमुख संगठनों को सम्मानित किया गया।

श्री कोश्यारी ने कहा कि मुसीबत के समय लोगों की सेवा ही प्रभु की असली सेवा है। सेवा की यह प्रक्रिया हमारे देश में शुरू से ही चलती आ रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती चल रही है। गांधीजी ने स्वच्छता के माध्यम से अपना सेवा कार्य शुरू किया था। गौतम बुद्ध और भगवान महावीर ने भी करुणा के माध्यम से सेवा मंत्र का जाप किया। सेवाभाव एक चालू उपकरण है। सेवा और करुणा के माध्यम से, हम देश में वर्तमान कोरोना संकट को दूर कर सकते हैं।

इस अवसर पर अपने संबोधन में मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि मुंबई को लोग जल्द ही कोरोना को हरा देंगे। हम विशेष रूप से मुंबईकर्स के कोरोना संकट को कम करने के लिए विभिन्न तरीकों से काम करने वाले स्वयसेवी संगठनों का सम्मान करते हुए प्रसन्नता महसूस कर रहे हैं।

अपने संबोधन में समाजसेविका मंजू लोढ़ा ने कहा कि नर की सेवा के माध्यम से नारायण की की ही सेवा करने की भावना हमें स्वाकार्य के लिए प्रेरित करती है। हमारा यह मिशन आगे भी इसी तरह जारी रहेगा। राज्यपाल ने श्री रामचंद्र मिशन धरमपुर, ‘जिलो’ वालकेश्वर, जियो दिव्यज फाउंडेशन, पंचमुखी सेवा संस्था, राजस्थानी महिला मंडल, श्रीहरि सत्संग, विट्ठल रूक्मिणी मंदिर, मेटल एंड स्टेनलेस स्टील मर्चेंट्स एसोसिएशन, बीएपीएस-स्वामीनारायण मंदिर, लोढ़ा फाउंडेशन, भारतीय जैन संगठना सहित कुल 18 संस्थाओं को राज्यपाल के हाथों सम्मानित किया गया।

इस मौके पर घाटकोपर पूर्व के भाजपा विधायक पराग शाह के अलावा डॉ. विजय मेहता, रामचंद्र लव और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे।

इसे भी पढ़ें – क्या पुरुषों का वर्चस्व ख़त्म कर देगा कोरोना?