एडवोकेट अशोक सारावगी ने कहा कि वह शिनोवा अदालत से न्याय दिलवाएंगे
अभिनेता और भाजपा सांसद रवि किशन शुक्ला कांग्रेस नेता स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी की तरह “बायोलॉजिकल फादर” बनने की राह पर हैं। जैसे रोहित शेखर नाम के युवक ने 2008 में अचानक एनडी तिवारी को अपना जैविक पिता बता दिया था और उसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट के दख़ल के बाद दोनों का डीएनए टेस्ट हुआ, जिसमें तिवारी रोहित के पिता निकले, उसी तरह मुंबई के मालाड में रहने वाली शिनोवा सोनी (Shinova Soni) नाम की युवती ने रवि किशन को अपना बायोलॉजिक फादर बताया है। उसने अपने दावे की पुष्टि के लिए रवि किशन का बायोलॉजिकल टेस्ट कराने की मांग करते हुए मुंबई के सेशन कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। अगर शिनोवा का डीएनए रवि किशन से मिल जाता है तो उनकी भी हालत एनडी तिवारी जैसी हो जाएगी। 25 वर्षीय शिनोवा सोनी ने रवि किशन की पत्नी प्रीति शुक्ला की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर अपराध साबित करने की भी खुली चुनौती दी है।
रवि किशन की कथित “बायोलॉजिकल बेटी” शिनोवा ने मुंबई से सेशन कोर्ट में एडवोकेट अशोक सारावगी के माध्यम से एक याचिका दाख़िल की है। अशोक सारावगी ने कहा कि वह शिनोवा को इंसाफ़ दिलाकर रहेंगे। बहरहाल, याचिका में उसने दावा किया है कि वह रवि किशन की ही बायोजॉलिकल बेटी है। अपने दावे को साबित करने का उसके पास पर्याप्त प्रमाण भी हैं। उसने अपने दावे की पुष्टि के लिए अपना और रवि किशन का डीएनए टेस्ट कराने की भी मांग की है। इससे पहले शिनोवा सोनी ने अपनी माता अपर्णा सोनी (Aparna Soni) उर्फ अपर्णा ठाकुर के साथ पिछले सोमवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। पत्रकारों के सामने उसकी मां अपर्णा ने दावा किया था कि रवि किशन उनकी 25 वर्षीय बेटी शिनोवा के पिता हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि रवि किशन उनकी बेटी को अपनी बेटी के हक से वंचित कर रहे हैं।
शिनोवा के अदालत में चले जाने के बाद रवि किशन वाक़ई गंभीर विवाद में घिर गए हैं। दरअसल, अपर्णा कई साल से कहती आ रही हैं कि रवि किशन ही उनकी बेटी शिनोवा के पिता हैं। शिनोवा सोनी भी खुद को रवि किशन की बेटी बताती रही हैं। हालांकि उसने अपने फिल्मी करियर के लिए रवि किशन के नाम का इस्तेमाल नहीं किया। शिनोवा तो कोर्ट के माध्यम से डीएनए टेस्ट के लिए भी तैयार हैं। अपर्णा का कहना है कि उनके पास कई सबूत हैं, जो उनके दावे को सही साबित कर सकते हैं और उन्हें इंसाफ़ दिला सकते हैं। हालांकि रवि किशन ने सभी आरोपों को ख़ारिज़ किया है। उनकी पत्नी पत्नी प्रीति शुक्ला ने अपर्णा समेत कई लोगों के ख़िलाफ़ FIR भी दर्ज करवा दिया है। रवि किशन की पत्नी का कहना है कि एक साल से अपर्णा ने उन्हें ब्लैकमेल करती आ रही है।
प्रीति शुक्ला ने लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में अपर्णा सोनी, उनके पति राजेश सोनी, बेटी शिनोवा सोनी, बेटे सौनक सोनी, वकील विवेक पांडे और यू-ट्यूबर पत्रकार खुर्शीद खान के खिलाफ FIR भी दर्ज करवाई है। सभी लोगों पर IPC की धारा 120बी, 195, 386, 388, 504 और 506 के तहत आरोप लगाए गए हैं। अपनी शिकायत में प्रीति शुक्ला ने आरोप लगाया है कि अपर्णा ने उन्हें अंडरवर्ल्ड की धमकी दी थी। प्रीति शुक्ला ने दावा किया कि अपर्णा ने उनसे कहती है, “अगर तुम बात नहीं मानोगी तो मैं तुम्हारे पति को झूठे बलात्कार के मामले में फंसा दूंगी।” एफआईआर में अपर्णा द्वारा 20 करोड़ रुपए हफ्ता मांगने का भी जिक्र किया गया है। ऐसी ही शिकायत प्रीति शुक्ला ने मुंबई में भी दर्ज कराई गई है। अपनी शिकायत में उन्होंने चिंता व्यक्त की है कि अपर्णा की हरकतों का उद्देश्य उन्हें और उनके पति, जो गोरखपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, को बदनाम करके चुनाव को प्रभावित करना है।
उधर, अपर्णा सोनी उर्फ अपर्णा ठाकुर ने 20 करोड़ रुपए की अलग ही कहानी बताई है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने रवि किशन से उनकी ही बेटी के भरण-पोषण के लिए 20 करोड़ की मांग करते हुए 12 मई 2023 को ही विधिवत अपने वकील के माध्यम से लीगल नोटिस भेजा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने 10 महीने पहले अपने मुंबई के वकील के माध्यम से रवि किशन को कानूनी नोटिस भेजा था, जिसमें उन्होंने अपनी बेटी की शिक्षा, शादी और उसके ख़ुशहाल भविष्य के लिए 20 करोड़ रुपए की मांग की थी, लेकिन उन्हें अब तक नोटिस का कोई जवाब नहीं मिला है। अपर्णा ने अपने वकील के ज़रिए रवि किशन को उनके सांसद नई दिल्ली के आवास के साथ-साथ मुंबई के अंधेरी और गोरेगांव के फ्लैट वाले पते पर इस नोटिस को भेजा था।
लीगल नोटिस के मुताबिक रवि किशन के मोबाइल नंबर और मेल आईडी पर भी इस लीगल नोटिस की कॉपी भेज दी गई थी। अपर्णा की तरफ से रवि किशन को भेजी गई 8 पेज की लीगल नोटिस में रवि किशन और अपर्णा सोनी के संबंधों के बारे में विस्तार से लिखा गया है। रवि किशन और अपर्णा सोनी की लव स्टोरी एकदम फिल्मी है। दरअसल, रवि किशन और अपर्णा सोनी एक दूसरे के संपर्क में वर्ष 1995 में आए। तब रवि किशन फिल्म उद्योग में अपना स्थान बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। तब रवि किशन के पास न तो नेम था न फेम और न ही अपना घर। उनकी शादी हो गई थी, लेकिन पत्नी गांव में रहती थी। लकेिन उन्होंने कभी यह नहीं बताया कि वह शादीशुदा हैं। अपर्णा सोनी तब पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी करके पत्रकारिता कर रही थी। लिहाज़ा, पहली मुलाक़ात के बाद दोनों एक दूसरे के प्रति स्वाभाविक रूप से आकृष्ट हो गए।
देखने में बेहद ख़ूबसूरत अपर्णा से मुलाकात के बाद पहली नज़र में ही रवि किशन उन्हें दिल दे बैठे। उन्होंने दूसरी ही मुलाकात में अपर्णा को प्रपोज कर दिया था। इसके वे दोनों रिलेशनशिप में आ गए थे और उनका रिश्ता पूरी तरह परवान चढ़ गया। रवि किशन ने खुद को कुंवारा बताते हुए अपर्णा की मां के सामने शादी का प्रस्ताव भी रख दिया। अपर्णा की मां ने ख़ुश हुई कि उनकी बेटी का घर बस जाएगा। उसे अच्छा और प्यार करने वाला लड़का मिल गया है। उन्होंने तय कर लिया कि यथाशीघ्र अपर्णा की रवि किशन से शादी करवा देंगी। लिहाज़ा, अपर्णा की मां के मालाड के समाधान अपार्टमेंट के फ्लैट में रवि किशन और अपर्णा साथ-साथ रहने लगे। अपर्णा 1996 में रवि किशन के साथ परिणय सूत्र में बंध गई थी। वह रवि किशन के नाम का सिंदूर और मंगलसूत्र पहनती थीं। इसी दौरान वह प्रेग्नेंट भी हो गई। 19 अक्टूबर 1998 को बेटी शिनोवा का जन्म हुआ। साथ में रहते हुए रवि किशन अपर्णा को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से अपनी पत्नी के रूप में मिलवाते थे।
शिनोवा का जन्म होने के बाद अपर्णा को एक दिन किसी से रवि किशन के पहले से ही शादीशुदा होने और एक बेटी का पिता होने की जानकारी मिली। भावी पति के शादीशुदा और एक बेटी का बांप होने की ख़बर से अपर्णा सोनी को बहुत बड़ा सदमा लगा। तब रवि किशन ने उन्हें अपनी पत्नी के तौर पर लोगों से उन्हें मिलवाया है। चूंकि अपर्णा भी रवि किशन से बेपनाह मोहब्बत करने लगीं थी। लिहाज़ा, उन्होंने बड़ा दिल दिखाते हुए फिल्म इंडस्ट्री में संघर्ष कर रहे रवि किशन को अपनी पत्नी प्रीति शुक्ला और बेटी रिवा किशन के साथ रहने के लिए अपना फ्लैट दे दिया। उस समय घर तो दूर रवि किशन के पास तब अपनी पत्नी और बेटी को साथ रखने की जगह भी नहीं थी। इसके बाद रवि किशन अपर्णा के गोकुल गैलेक्सी, ठाकुर कंपलेक्स, कांदिवली पूर्व, मुंबई के फ्लैट में रहने लगे। अपर्णा ने कह दिया कि वैकल्पिक इंतज़ाम होने तक वह इस घर में रह सकते हैं।
इसी बीच अपर्णा को रवि किशन के फिल्म इंडस्ट्री की दूसरी अभिनेत्रियों के साथ रिश्तों के बारे में भी जानकारी मिली। अपर्णा बताती हैं कि ख़ुद प्रीति रवि किशन के रिश्तों से परेशान रहा करती थीं। प्रीति ने ही उन्हें रवि किशन के सारे अफेयर्स के बारे में बताया था। इसके बाद उन्हें रवि किशन के असली चरित्र के बारे में जानकारी हुई। उन्होंने यह भई महसूस किया कि धीरे-धीरे रवि किशन उनसे और उनकी बेटी से दूरी बनाते जा रहे हैं। साल 2009 के बाद रवि किशन ने ख़ुद को अपर्णा और बेटी शिनोवा से पूरी तरह से अलग कर लिया। शिनोवा का जैविक पिता होने के बावजूद उन्होंने अपनी जिम्मेदारी नहीं उठाई। अपर्णा का कहना है कि उन्होंने हमेशा झूठे वादे किए और बहानेबाज़ी करते हुए अपनी ज़िम्मेदारियों से बचते रहे। बेटी के पालन पोषण करने के लिए अपर्णा ने कई बार उनसे आर्थिक मदद मांगी, लेकिन रवि किशन ने कभी कोई मदद नहीं की। लीगल नोटिस में अक्टूबर 2018 की एक घटना का ज़िक्र है। तब रवि किशन गोरेगांव के वेस्टइन होटल में रुके थे। उन्होंने अपर्णा और शिनोवा के मिलने के लिए होटल में बुलाया।
अपर्णा बेटी ने मुलाकात के दौरान रवि किशन से शिनोवा को अपना नाम देने की गुज़ारिश की। इस पर वह भड़क गए और बेटी के साथ ने दुर्व्यवहार किया। उसे अपशब्द भी कहा। इन तमाम तथ्यों का ज़िक्र करते हुए अपर्णा के वकील की तरफ से भेजे गए नोटिस में रवि किशन से अपर्णा और बेटी शिनोवा के वन टाइम मेंटेनेंस के रूप में 20 करोड़ रुपए की मांग की गई। साथ ही कहा गया कि बेटी का जैविक पिता होने के चलते रवि किशन को उसे अपनाना होगा और अपना नाम देना होगा। यह नोटिस अपर्णा ने अपने वकील नीरज गुप्ता के माध्यम से भेजा था। अपर्णा के लखनऊ के वकील विवेक पांडे ने भी पिछले 13 मार्च 2024 को इस पूरे मामले की शिकायत केंद्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, प्रधानमंत्री और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से की है।
कौन हैं शिनोवा सोनी? (Who is Shinova Soni?)
शिनोवा सोनी ने आर्ट से ग्रेजुएशन किया है। वह एक्टिंग करती है। वह कुणाल कोहली की वेब सीरीज में भी काम कर चुकी है। वह साउथ की फिल्में भी कर रही है और उसने कुछ विज्ञापनों में भी काम किया है। शिनोवा ने बताया कि जब वह 15 साल की थी, तब उसे पता चला कि रवि किशन उनके पिता हैं। शिनोवा ने कहा, “जब मुझे पता चला था कि वह मेरे पापा हैं, तो मैंने उनसे फोन पर भी बात की थी। मैंने उनसे कहा था कि मुझे आपसे मिलना है और आपको जानना है। आपसे बात करनी है। उस दौरान वह मुझसे बात भी किया करते थे। जब भी रवि किशन उससे मिलने आते थे तो वह उससे कहते थे कि वह उसके पापा हैं। वह कहते थे कि तुम मेरी बेटी हो, मैं हमेशा तुम्हारे लिए खड़ा हूं।”
शिनोवा का कहना है, “मैंने अपने पापा रवि किशन की कई सारी फिल्में भी देखी हैं। मैं अक्सर उनसे उनकी फिल्मों के बारे में बातें किया करती थी। मैं उनके काम को पसंद भी करती थी। लेकिन उन्होंने अचानक मुझे फोन करना बंद कर दिया। मुझे लगा कि शायद वह बिजी रहते होंगे। मगर जब उन्होंने मुझे एक साल तक कोई मैसेज या फोन नहीं किया, तो मुझे बहुत अजीब लगा। शिनोवा ने आगे बताया, “मेरी मां उन्हें हर 19 अक्टूबर को याद दिलाती थी कि आज आपकी बेटी का जन्मदिन है, उसे फोन कर लो। लेकिन फिर भी वह मुझे बर्थडे विश नहीं करते थे। मुझे समझ में ही नहीं आ रहा था कि वह अचानक मुझे और मॉम को इग्नोर क्यों करने लगे हैं?” शिनोवा का कहना है कि वह सिर्फ इतना चाहती है कि रवि किशन उसे स्वीकर कर लें।
शिनोवा का कहना है, “रवि किशन चार साल पहले तक मुझसे बातें किया करते थे। उसके बाद मुझे लगा कि वह अचानक इग्नोर कर रहे हैं। इसलिए अब मैंने अपनी मां के साथ न्याय के लिए अदालत का दरवाज़ा खटखटाने का फ़ैसला किया है। मैं कभी मीडिया या कोर्ट में नहीं आने वाली थी। मुझे इन सबमें अपना नाम ही नहीं घसीटना था। लेकिन उनके व्यवहार के चलते मैं उनसे बेहद नफरत करने लगी हूं। कई बार मुझे लगा कि मुझे उस इंसान से बात नहीं करनी चाहिए। मगर अब बहुत हो चुका है। अगर आप मेरे पापा हैं तो सामने आइए और मुझे स्वीकर करिए। आख़िर मेरी इन सब में क्या गलती है। मैं तो आपकी ही अंश हूं।”
शिनोवा सोनी ने यह भी कहा कि जब पानी सिर से ऊपर चला गया तो हमें लगा कि हमें कोर्ट जाना चाहिए और डीएनए टेस्ट के तहत सच को सामने लाना चाहिए। उसे रवि किशन से कुछ भी नहीं चाहिए। उसने फिल्म लाइन में भी कभी रवि किशन के नाम का कोई इस्तेमाल नहीं किया। उसे सिर्फ़ जानना है कि आख़िर रवि किशन ने उनके साथ ऐसा क्यों किया? आख़िर वह इतने झूठ क्यों बोलते रहे हैं? शिनोवा का कहना है कि वह सिर्फ़ इतना चाहती हैं कि रवि किशन स्वीकार कर लें कि वह उनकी बेटी हैं या खुद सामने आकर सच बता दें।
कुछ इसी तरह नारायण दत्त तिवारी और रोहित शेखर तिवारी की कहानी भी बड़ी दिलचस्प रही है। दरअसल, नारायण दत्त तिवारी 1990 के दशक में राजीव गांधी की हत्या के बाद पीवी अर्जुन सिंह, नरसिंह राव और शरद पवार जैसे नेताओं के साथ प्रधानमंत्री पद के दावेदार थे परंतु नरसिंह राव के प्रधानमंत्री बन जाने के बाद दरकिरान कर दिए गए। वर्ष 2008 में पहली बार रोहित शेखर पिता का हक पाने के लिए पहली बार दिल्ली कोर्ट में गए थे। तो अचानक पूरे देश में सनसनी फैल गई। संयोग से उस समय रोहित शेखर का मुक़दना अशोक सारावगी ही लड़ रहे थे। रोहित शेखर उन्होंने दावा किया था कि वह एनडी तिवारी और उज्ज्वला शर्मा के पुत्र हैं। लेकिन एनडी तिवारी ने दिल्ली हाईकोर्ट में इस केस को ख़ारिज़ करने की गुहार लगाई, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया।
कोर्ट ने 23 दिसंबर 2010 को एनडी तिवारी को सैंपल देने का आदेश दिया। उस पर एनडी तिवारी सुप्रीम कोर्ट चले गए, लेकिन वहां भी फैसला रोहित शेखर के पक्ष में आया। 2014 में जब ये फ़ैसला आया था तब रोहित शेखर ने कहा था, “मैं दुनिया का शायद पहला व्यक्ति हूं जिसने ख़ुद को नाजायज़ साबित करने के लिए मुकदमा लड़ा।” बहरहाल, फ़ैसला आने के कुछ ही दिनों के बाद नारायण दत्त तिवारी ने रोहित शेखर की मां उज्जवला शर्मा से शादी कर ली और रोहित शेखर को अपना जायज़ बेटा मान लिया। साल 2017 में उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रोहित शेखर ने भाजपा की सदस्यता ले ली। रोहित की कुछ साल पहले दिल्ली में रहस्यमय परिस्थितियों मौत हो गई थी।
लेख – हरिगोविंद विश्वकर्मा