बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा, कंगना का दफ्तर तोड़ना, बदले की कार्रवाई, उद्धव ठाकरे सरकार व बीएमसी को झटका

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अभिनेत्री कंगना राणावत (Kangana Ranaut) का दफ़्तर का एक हिस्सा तोड़ने के मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) ने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार और बृह्न्मुंबई महानगरपालिका (BMC) को कड़ी फटकार लगाते हुए उनके ख़िलाफ़ आदेश दिया है और कहा है कि जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई करनी पड़ेगी।

बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी के आदेश को रद्द करते हुए कि यह कार्रवाई दुर्भावना से प्रेरित और अभिनेत्री को नुकसान पहुंचाने के लिए की गई थी। इतना ही नही, कंगना के दफ्तर में तोड़फोड़ से हुए नुकसान की भरपाई भी बीएमसी को ही करनी पड़ेगी। कंगना ने अपनी याचिका में बीएमसी से दो करोड़ रुपए के हर्जाने की भी मांग की है। वैसे कंगना के वकील का दावा है कि ऑफिस का 40 फीसदी हिस्सा ध्वस्त किया गया था। इसमें झूमर, सोफा और दुर्लभ कलाकृतियों समेत कई कीमती संपत्ति भी शामिल हैं।

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इस बारे में बॉम्बे हाई कोर्ट ऑफिस के नुकसान का आकलन करने के आदेश दिए हैं। अदालत ने कहा कि वह इसका हिसाब लगाने के लिए किसी को नियुक्त करेगी, जो अगले साल मार्च तक इस बारे में आदेश जारी करेगा। बॉम्बे हाई कोर्ट ने नुकसान का आकलन करने के आदेश दिए हैं।

सुनवाई के दौरान इसके साथ ही, बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना राणावत को सोशल मीडिया पर विचारों को रखने में संयम बरतने को कहा है। कोर्ट ने कहा है कि किसी राज्य को किसी नागरिक द्वारा की गई गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों को नजरअंदाज किया जाना चाहिए। किसी नागरिक की ऐसी गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों के लिए इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है।

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बॉम्बे कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि कंगना को धमकाने लिए बाहुबल का इस्तेमाल किया गया। बीएमसी द्वारा की गई कार्रवाई गलत नीयत से की गई प्रतीत होती है। कोर्ट ने कहा कि कंगना को हर्जाना दिए जाने के लिए दफ्तर में हुई तोड़फोड़ का मूल्यांकन किया जाए और इस मूल्यांकन की जानकारी कंगना और BMC दोनों को होनी चाहिए। कोर्ट ने यह भी कहा कि जो भी हर्जाना होगा, उसे बीएमसी ही भरेगी।

बीएमसी ने नौ सितंबर को पाली हिल्स इलाके में बने कंगना के बंगले के एक हिस्से को गिरा दिया था। दफ्तर तोड़े जाने को लेकर कंगना ने ट्वीट कर कहा था, ‘मेरे प्रोडक्शन हाउस मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड में पहली फिल्म अयोध्या की घोषणा हुई, यह मेरे लिए एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है। आज वहां बाबर आया है, आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा। राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख बाबर यह मंदिर फिर बनेगा। जय श्री राम ।’

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कंगना रनौत का यह ऑफिस (मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड) ग्राउंड फ्लोर के साथ दो फ्लोर ऊपर तक बना है। बीएमसी का आरोप था कि जब बीएमसी ने ऑफिस के निर्माण का ढांचा देखा तो पाया कि यह 1970 के रिकॉर्ड में शामिल है। ऑफिस के निर्माण के दौरान कई उल्लंघन किए गए हैं। कई जगहों को गलत तरीके से बढ़ाया गया है।

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