मुंबई में लोकल रेल सेवा करीब तीन महीने बाद 15 जून 2020 से बहाल
करीब तीन महीने के लंबे अंतराल के बाद मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली उपनगरीय रेल सेवा सोमवार (15 जून से 2020) आंशिक रूप से बहाल कर दी गई है। यह सेवा वैश्विक महामारी कोरोना वाइरस के प्रकोप के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के कारण 22 मार्च से बंद कर दी गई थी।
पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे के मुख्यजन संपर्क अधिकारी रवींद्र भाकर और शिवाजी सुतार ने अपील की है कि शुरुआती दौर में लोकल सेवा केवल राज्य सरकार के उन कर्मचारियों के लिए है, जो अति आश्यक सेवा से जुड़े हुए हैं। स्टेशन में प्रवेश केवल परिचय पत्र देखकर दिया जाएगा। रेलवे ने आम लोगों के अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से स्टेशन पर न पहुंचें।
रेलवे की अंग्रेज़ी प्रेस विज्ञप्ति का हिंदी अनुवाद
पश्चिम रेलवे एवं मध्य रेलवे की संयुक्ति प्रेस विज्ञप्ति
पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे ने अपनी उपनगरीय रेल सेवाओं को सेवाएं आंशिक तौर पर आज से बहाल कर दिया है। यह सेवा आम नागरिकों के लिए नहीं, बल्कि केवल राज्य सरकार के आवश्यक सेवा से जुड़े हुए कर्मचारियों के लोगों के लिए है।
पश्चिम रेलवे
पश्चिम रेलवे चर्चगेट और दहाणु रोड के बीच अपनी 12 कोच की उपनगरीय सेवाओं में रोज़ाना कुल 120 अर्थात 60 अप और 60 डाउन गाड़ियों का संचालन करेगा। यह सेवा आज सुहब यानी सोमवार, 15 जून, 2020 से शुरू हो गई है। यह सेवा केवल आवश्यक सेवाओं की ड्यूटी पर लगे राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए है।
ये ट्रेनें 15 मिनट के अंतराल पर सुबह 5.30 बजे से रात 11.30 बजे तक चल रही हैं।
अधिकतम सेवाएं चर्चगेट और विरार के बीच चल रही है। लेकिन कुछ ही ट्रेन डहाणु रोड तक चल रही हैं।
ये ट्रेन चर्चगेट और बोरिवली के बीच तेज लोकल और बोरिवली के आगे धीमी चल रही हैं।
मध्य रेल
मध्य रेल ने राज्य सरकार के आवश्यक कर्मचारियों के लिए मुंबई डिवीजन (मध्य रेल) की लोकल सेवा को आंशिक रूप से बहाल कर दिया है।
- रोज़ाना कुल 200 ट्रेन सेवाएं चलेंगी जिनमें 100 अप और 100 डाउन ट्रेन होंगी।
- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से कसारा/कर्जत/कल्याण/ठाणे के बीच 130 सेवाएं (65 अप और 65 डाउन) शुरू हो गई है।
- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से पनवेल के बीच 70 ट्रेन सेवाएं (35 अप और 35 डाउन) शुरू हो गई है।
- सभी गाडियां फास्ट हैं और केवल प्रमुख स्टेशनों पर रुक रही हैं।
- बाहर से आनेवाली गाड़ियां छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर सुबह 7 बजे, 9 बजे, 10 बजे, दोपहर 3 बजे, रात 9 बजे और रात 11 पहुंचेंगी और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से सुबह 7 बजे, 9 बजे, दोपहर 3 बजे, शाम 6 बजे, रात 9 बजे, 11 बजे रवना होंगी।
- राज्य सरकार नोडल अथारिटी होगी।
- राज्य सरकार की आवश्यक सेवाओं में लगे पश्चिम रेलवे पर चलने वाले 50 हजार कर्मचारियों सहित लगभग
- 25 लाख कर्मचारी इन ट्रेनों से यात्रा करेंगे।
- यह विशेष उपनगरीय सेवाएं सेवा सामान्य यात्रियों या जनता के लिए नहीं होंगी और केवल राज्य सरकार के आवश्यक सेवा कर्मचारियों के लिए ही होगी। इसका सख्ती से पालन किया जाएगा।
- इसके लिए हर स्टेशन पर रेलवे की टिकट खिड़की को खोल दिया गया है।
- आवश्यक सेवा से जुड़े रेलवे कर्मचारियों पहले से चल रही गाड़ियां चलती रहेंगी।
- विभिन्न स्टेशनों पर रेलवे सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
- फूड (खाद्य सामग्री) स्टॉल नहीं खोले जाएंगे।
- स्टेशन में प्रवेश केवल परिचय पत्र के आधार पर दिया जाएगा।
- हर ट्रेन में 700 यात्री ही यात्रा कर सकेंगे।
- यात्रियों की स्टेशन में प्रवेश करने से पहले बुखार वगैरह की स्क्रिनिंग की जाएगी।
- सभी यात्रियों को केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देश मसलन मास्क, और सोशल डिस्टेंसिग का पालन करना होगा।
विशेष अपील
आम लोगों से यह अनुरोध किया जाता है कि कोविड़-19 के चलते अनावश्यक रूप से स्टेशनों पर न जाएं और चिकित्सा और सोशल दूरी जैसे प्रोटोकॉल का पालन न करें।
रवींद्र भाकर/ शिवाजी सुतार
मुख्यजन संपर्क अधिकारी
पश्चिम रेलवे/मध्य रेलवे