प्यार और खुशी के भव्य रंगों में रंगा ‘कुछ रंग, कुछ कहानियां’ का लोकार्पण
संवाददाता
मुंबई। महानगर की आपा- धापी और भाग-दौड़ भरी जिंदगी के बीच मुंबई में रविवार की शाम सकून लेकर आई, जब महानगर का समूचा हिंदी...
ज़माने भर की लाशों पर भी हो जाए खड़ी नफ़रत, पर उसका क़द मुहब्बत...
संवाददाता
मुशायरों में कभी-कभी कुछ ऐसे शेर सुनने को मिल जाते हैं कि बरबस ही कालजयी ग़ज़लगो दुष्यंत कुमार की याद ताजा हो उठती है।...
कहानी – नियति
वाराणसी की ओर जाने वाली सड़क सिंहपुर गाँव से होकर गुजरती थी। यह गाँव शहर से बीस-बाइस किलोमीटर दूर था। तक़रीबन दो हज़ार आबादी...
शरद जोशी के नाटक ‘अंधों का हाथी’ का बेहतरीन मंचन
मैं मरा नहीं हूं। मैं कैसे मरूंगा। मैं तो सूत्रधार हूं। मैं इसी तरह हाथी का प्रसंग खड़ा करूंगा। हाथी को बार-बार स्टेज पर...
रावण रचित शिव तांडव स्तोत्रम् की कठिन संस्कृति को एकदम आसानी से पढ़ें और...
जटा - टवी - गलज् - जल - प्रवाह - पावित – स्थले
गलेऽव - लम्ब्य - लम्बितां - भुजङ्ग - तुङ्ग - मालिकाम्।
डमड् -...
आकाशवाणी के सभागृह में मुशायरे की यादगार शाम
आकाशवाणी के एफएम रेनबो पर प्रसारण शनिवार को शाम 5 बजे
मुंबई। भारत को जी-20 की अध्यक्षता और मेजबानी मिलने के बाद तमाम सरकारी संस्थान...
मुस्लिम महिलाओं की बेबसी को बयां करता उपन्यास ‘सलाम बॉम्बे व्हाया वर्सोवा डोंगरी’
अपने ढाई हज़ार के सफ़र के दौरान पहले बॉम्बे फिर बंबई और बंबई से मुंबई बनी मायानगरी अपनी ख़ूबियों और विसंगतियों के लिए पूरी...
‘बिसात पर जुगनू’ उपन्यास पर बीएचयू में परिचर्चा 17 मई को
संवाददाता
वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के हिंदी विभाग का शोध समवाय बृहस्पतिवार 17 मई को लेखक से मुलाक़ात और कृति परिचर्चा के तहत वंदना...
पति-पत्नी के बिखरते रिश्ते को चित्रित करता है ‘पूर्ण पुरुष’
मधुबाला शुक्ला
विजय पंडित द्वारा लिखित ‘पूर्ण पुरुष’ नाटक का हाल ही में लोकार्पण दिल्ली के पुस्तक मेले में वाणी प्रकाशन द्वारा संपन्न हुआ। सोशल...
बेहतर दुनिया के लिए संघर्ष का आह्वान करती हैं डॉ अलका प्रकाश की कविताएं
कामता प्रसाद
इंतज़ार जीवन की उम्मीद है
उम्मीद में है दुनिया
और जब तक इंतज़ार है
हम नाउम्मीद होने से बचे रह सकते हैं
उपर्युक्त पंक्तियाँ कवयित्री डॉ. अलका...