कोरोना काल में डॉक्टर व सरकार भी रावण
त्रेता में था एक ही रावण, अब तो हर गली में हैं रावण,
बस्ती-बस्ती फिर रहे रावण, कितने तुम मारोगे रावण।
पता करो कमी क्या है,...
मी पोलिस कॉन्स्टेबल न.म. पांडुरंग बोलतोय!
हरिगोविंद विश्वकर्मा
21वीं सदी का मुंबई पुलिस का एक पुलिस स्टेशन। आधुनिक युग की नवीनत संचार सुविधाओं से सज्ज।
दिन का समय। साढ़े तीन बजे का...
कहानी – एक बिगड़ी हुई लड़की
हरिगोविंद विश्वकर्मा
ये कैसी नज़र से देख रही थी तुम मुझे। इस तरह की नज़र तो तुमने कभी मुझ पर डाली ही नहीं। ये आज...
गीत – मेरी जानिब
मेरी जानिब
मुड़कर देखा जो तुमने मेरी जानिब
ख़ुशियों की बारिश हुई मेरी जानिब
मुद्दत से दर-दर भटकती रही हो
एक बार तो आई होती मेरी जानिब
रूसवाइयां और...
हिप-हिप हुर्रे – अब मुंबई पुलिस मुझसे पूछताछ नहीं कर सकेगी!
हरिगोविंद विश्वकर्मा
मैं पिछले दो महीने से भयानक टेंशन में था। मेरे टेंशन की वजह चीन का कोरोना वाइरस नहीं था। उसे तो मैंने चित...
कहानी – डू यू लव मी?
हरिगोविंद विश्वकर्मा
-डू यू लव मी?
यही तो लिखा था तुमने काग़ज़ के उस टुकड़े पर। अपने हाथ से। और काग़ज़ को मोड़कर मुझे दे दिया।
और...
नेताजी, एक इंटरव्यू दे दीजिए प्लीज!
हरिगोविंद विश्वकर्मा
हे नेताजी आप महान हैं। देशवासियों के भाग्यविधाता हैं। भारत के इतिहास में आप जैसा करिश्माई नेता न तो कभी हुआ था, न...
ठुमरी – तू आया नहीं चितचोर
ठुमरी
तू आया नहीं चितचोर
मनवा लागे नाहीं मोर
रहिया ताके मोरा मन
अंखियां बनी हैं चकोर
बैरन बनी रात चांदनी
काहे रे होत नहि भोर
सबके सजन आए घर
न आयल...
कहानी – अनकहा
हरिगोविंद विश्वकर्मा
अचानक नींद टूटे गई। कोई आधा घंटा पहले। कोई सपना देख रही थी मैं। बालकनी में कौवे ने आकर कांव-कांव शुरू कर दिया।...
कहानी – बेवफा
हरिगोविंद विश्वकर्मा
उस रोचक लव स्टोरी का शायद आज क्लाइमेक्स था। डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में उस बहुचर्चित प्रेम कहानी के मुक़दमे की सुनवाई चल रही थी।...