डायबिटीज मरीज होंगे केवल छह महीने में पूरी तरह से शुगर फ्री

7
2021

हरा सकते हैं कोरोना को भी

ऐसे समय जब कोरोना संक्रमण पूरी दुनिया में तेज़ी से फैल रहा है और भारत कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या में मामले में विश्व में सबसे ऊपर पहुंचने की राह पर है। तब हर किसी के लिए अपनी सुरक्षा ख़ुद करने की ज़िम्मेदारी आ पड़ी है। कोरोना से दूर रहने के लिए सबसे ज़रूरी है अपना इम्युनिटी सिस्टम दुरुस्त रखना। खासकर वे लोग जो डायबिटीज़ के मरीज़ हैं, उनके लिए यह बहुत नाज़ुक समय है। यहां एक सरल काढ़े के बारे में बताया जा रहा है, जिसे रोजाना सुबह खाली पेट सेवन करके आप अपनी इम्युनिटी तो बढ़ा ही सकते हैं, आप डायबिटीज़ को भी मात दे सकते हैं, क्योंकि यह काढ़ा डायबिटीज़ के साथ साथ आपकी इम्युनिटी को बढ़ाता है और कोरोना से आपकी रक्षा करता है।

मेडिकल साइंस कहता है कि जिसे एक बार डायबिटीज़ हो गया, यह बीमारी ताउम्र उसका साथ नहीं छोड़ती यानी यह रोग अगर लग गया तो मरने के बाद ही आपका पीछा छोड़ता है। इतना ही नहीं, यह बीमारी आपकी जेनेटिक बीमारी बनकर पीढ़ी दर पीढ़ी आपके परिवार के सदस्यों को डायबिटीज़ का मरीज़ बनाती रहती है। इसलिए अगर थोड़े से प्रयास से आप इस पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलने वाली बीमारी से पूरी तरह उबर सकते हैं, तो आपको यह नुस्खा ज़रूर आजमाना चाहिए।

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जो एक बार डायबिटीज़ के जाल में फंसता है, उसके शरीर में अंदर ज़रूरत से ज़्यादा शुगर पैदा होने लगता है, जो पूरे शरीर की इम्युनिटी सिस्टम यानी प्रतिरक्षा प्रणाली को ही कमज़ोर कर देता है। इसका नतीजा यह होता है कि शरीर पर दूसरी बीमारियों का हमला होने लगता है। कोरोना संक्रमण काल में सबसे अधिक रिस्क ज़ोन में डायबिटिक लोग ही हैं। जिन्हें डायबिटीज़ है, डॉक्टर उन्हें घर से बिल्कुल न निकलने की सलाह दे रहे हैं, क्योंकि अगर किसी डायबिटीज़ के मरीज़ को कोरोना का संक्रमण हुआ तो उसे निश्चित तौर पर अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा और कोरोना का संक्रमण गहरा हुआ तो उसकी जान भी जा सकती है।

ऐसे में अगर आप डायबिटिक हैं और डायबिटीज़ से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो रोज़ाना सुबह चाय की जगह मेथी, सौंफ और दालचीनी की चाय या काढ़े का सेवन करें। बिना नागा किए छह महीने इस नुस्खे को आजमाकर देखें। आपका डायबिटीज़ स्तर अगर 450 से भी ऊपर है तो ये काढ़ा पीना शुरू करने के एक हफ़्ते के अंदर ही आपका शुगर लेवल कंट्रोल होने लगता है और छह महीने सेवन करने से आप हमेशा के लिए डायिबटीज़ से मुक्त होने का चमत्कार भी कर सकते हैं।

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काढ़ा बनाने की विधि

काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले आपको एक तांबे या पीतल का पैन खरीदना होगा। तांबे या पीतल का पैन न मिलने पर स्टील का पैन भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं। पैन को गैस चूल्हे पर रखकर उसमें एक बड़ा ग्लास यानी 300 ग्राम पानी डाल दें। उसके बाद उसमें सबसे पहले एक चम्मच मेथी का दाना डालें, उसके बाद एक चम्मच सौंफ डाल दें। उसके बाद उसमें आधा चम्मच दालचीनी डाल दें और इसे तब तक पकाएं जब तक पानी जलकर आधा न रह जाए। फिर उसे छननी से छान कर गरमागरम चाय की तरह पीएं। डायबिटीज़ के मरीज़ कम से कम छह महीने तक इसका इस्तेमाल ज़रूर करें। यह केवल डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए लाभदायक नहीं है बल्कि दूसरी बीमारियों से दो चार हो रहे लोगों के लिए भी फ़ायदेमंद साबित हो चुका है।

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मेथी

मेथी सेहत के लिए अचूक औषधि है। मेथी में कैरोटीन, कॉपर, जिंक, सोडियम, फोलिक एसिड और मैग्नीशियम जैसे कई तरह के गुणकारी पोषक तत्व पाए जाते हैं। मेथी कुदरती तौर पर शरीर में इंसुलिन बनाता है। इसलिए इसके दानों में मौजूद सॉल्यूबल फाइबर्स ब्लड शुगर कंट्रोल करके डायबिटीज नियंत्रित करता है। यह शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालकर किडनी हेल्दी रखती है। यह जलन और एसिडिटी जैसे गैस्ट्रिक प्रॉब्लम को भी दूर करती है। मेथी से शरीर में रक्त का संचार दुरुस्त रहता है। इसके चलते ब्लड प्रेशर की समस्या में भी राहत मिलती है।

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सौंफ

सौंफ शरीर को ठंडा रखता है। सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन और पोटैशियम जैसे कई सौंफ पोषक तत्व और खनिज पाए जाते हैं। सौंफ इंसुलीन बनाने के अलावा पाचन संबंधी समस्या से छुटकारा दिलाता है। इसके एंटीस्पास्मोडिक और कार्मिनेटिव (एक तरह की दवा, जो पेट फूलने या गैस बनने से रोकती है) गुण इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी पेट की गंभीर समस्याओं से छुटकारा दिलाने में काफी कारगर होते हैं। पेट दर्द, पेट में सूजन और गैस जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने के साथ ही अल्सर, दस्त और कब्ज आदि से राहत दिलाने में भी सौंफ कारगर साबित हो सकती है।

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दालचीनी

दालचीनी का पेड़ हराभरा और सुगंधित होता है। उसके तने की छाल ही इस्तेमाल की जाती है। दालचीनी से अपच, पेटदर्द और सीने में जलन ठीक हो जाती है। दालचीनी से जी मचलाना, उल्टी और जुलाब रुक जाता है। कब्ज और गैस की समस्या कम करने के लिए दालचीनी के पत्तों का चूर्ण और काढा बना कर लिया जाता है। चुटकी भर दालचीनी पाउडर पानी में उबालकर लेने से सर्दी-जुकाम, गले की सूजन एवं मलेरिया कम हो जाता है। कोरोना संक्रमण काल में दालचीनी की अहमियत बढ़ गई है।

लेखक – हरिगोविंद विश्वकर्मा

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